Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023 Registration, benefits, key features से जुड़ी सभी जानकारी आपको इस पेज पर मिल जाएगी। यहाँ हम आपको सरकार द्वारा शुरू की गयी “ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना” की जानकारी देंगे। हमारा देश कुल वैश्विक ग्रीन हाउस गैस का 4.1 प्रतिशत उत्सर्जन करता है। यह एक बहुत बड़ी समस्या है। इसके निवारण के लिए प्रधानमंत्री जी ने “Urja Ganga Gas Pipeline Project” को शुरू करने का निर्णय किया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार ध्वारा प्राकृतिक गॅस की पाइपलाइन प्रचारित की जाएगी। जिसका उपयोग मुख्य रूप से रसोई और वाहन के लिए होगा। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ना जारी रखें।
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PM Modi Urja Ganga Project 2023
लक्ष्य देश के पूर्वी भाग के निवासियों को Piped Natural Gas (PNG) और वाहनों के लिये Compressed Natural Gas (CNG) उपलब्ध कराना है। केंद्र सरकार की ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना 2023 के तहत IOCL, ONGC, GAIL, OIL, और NRL ये पांचों कंपनियो द्वारा कार्य किया जाएगा। इस योजना के तहत 2018 तक उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया को जोड़ने वाली लगभग 2500 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन बिछाई गयी। Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023-24 पूर्वी भारत के सात शहरों (वाराणसी, रांची, कटक, पटना, जमशेदपुर, भुवनेश्वर और कोलकाता) के लिए गैस वितरण परियोजना है।
ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना की जानकारी
Urja Ganga Gas Pipeline Project Details – सरकारी स्वामित्व वाली गैस उपक्रम गेल इंडिया ने कहा कि उसने प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना के तहत बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 520 किमी के क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने का काम ठेके पर दिया है। इनके साथ जगदीशपुर-हल्दिया तथा बोकारो-धर्मा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन (जेएचबीपीएल) के चरण-दो के प्रमुख ठेकों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
एक विज्ञप्ति में गेल ने कहा कि उसने जमशेदपुर (झारखंड) में 120 किमी लाइन सहित दोभी (बिहार) से दुर्गापुर (प.बंगाल) के लिए 520 किमी की पाइपलाइन बिछाने के लिए ठेका दे दिया है। कंपनी की महत्वकांक्षी 2,655 किमी लंबी जेएचबीडीपीएल परियोजना को Urja Ganga Gas Pipeline Project के रूप में भी जाना जाता है। यह पाइपलाइन उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा से होकर गुजरेगी।
ऊर्जा गंगा परियोजना क्या है?
Urja Ganga Pariyojana Kya Hai – इस योजना का आरंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 अक्टूबर 2016 को वाराणसी से किया। ऊर्जा गंगा परियोजना के अंतर्गत पूर्वी भारत के सात शहरों (वाराणसी, रांची, कटक, पटना, जमशेदपुर, भुवनेश्वर और कोलकाता) के लिए PNG गैस वितरण किया जाएगा। योजना के तहत पहेले चरण मे 1500 किमी लंबी रसोई गैस पाइपलाइनों को बिछाने के लिए आवंटित बजट विभिन्न क्षेत्रों में गैस स्टेशनों के साथ लगभग 51 हजार करोड़ रुपये है। परियोजना के तहत दूसरे चरण मे 2018 तक उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया को जोड़ने वाली लगभग 2540 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन बिछाई गयी।
PM Urja Ganga Pariyojana अन्य विवरण
- इस योजना के तहत UP राज्य मे 338 किलोमीटर की लंबाई की गैस पाइप लाइन आती है।
- बिहार राज्य को लगभग 441 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन मिलेगी।
- पूर्वी भारत में झारखंड राज्य को 500 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन मिलेगी।
- पूर्वी भारत मे पश्चिम बंगाल राज्य में 542 किलोमीटर की गैस पाइप लाइन होगी।
- ओडिशा मे 718 किलोमीटर की गैस पाइप लाइन होगी।
- ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना २०२१ के तहत वाराणसी शहर में 50 हजार घरों को PNG कनेक्शन और 20 हजार वाहनों को CNG उपलब्ध कराने के लिए 20 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का महत्व
Importance of Pradhan Mantri Urja Ganga Project – ऊर्जा गंगा परियोजना का महत्व निम्न प्रकार से है:
- इस परियोजना से भारत के पूर्वी क्षेत्र के विकास की गति को तीव्र किया जा सकता है इस पाइपलाइन से गैस प्राप्त कर इस क्षेत्र के 5 राज्यों के 25 औ़द्योगिक संकुलों को विकसित किया जायेगा।
- पूर्वी भारत के सात प्रमुख शहर वाराणसी, जमशेदपुर, पटना, रांची, कोलकाता, भुवनेश्वर एवं कटक इस नेटवर्क विकास के लाभार्थी होंगे।
- वाराणसी के लगभग 50,000 घरों और 20,000 वाहनों को स्वच्छ और सस्ता ईंधन प्राप्त हो सकेगा जो पर्यावरण संरक्षण में भी उपयोगी सिद्ध होगा।
- इसके द्वारा गैस आपूर्ति से गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) , बरौनी (बिहार), सिंदरी (झारखंड), और दुर्गापुर (पं. बंगाल) के उर्वरक संयत्रों का पुनरुद्धार करने में मदद मिलेगी।
- इससे वाराणसी के घाटों एवं श्मशान भूमियों में प्राकृतिक गैस आधारित शवदाह गृहों की स्थापना में मदद मिलेगी।
- इस प्रकार, Urja Ganga Gas Pipeline Pariyojna (Project) न केवल पूर्वी भारत के आर्थिक विकास में सहायक सिद्ध होगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
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ऊर्जा गंगा परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
Key Features of Urja Ganga Project 2023-24:
- इस परियोजना के तहत 2018 तक उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया को जोड़ने वाली लगभग 2500 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
- गैस ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) द्वारा लागू की जा रही है इस योजना में पूर्वी भारत के पाँच राज्य (उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा) होंगे।
- इसमें 40 जिले और 2600 गांव शामिल हैं, जिन्हें प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
- यह योजना 2023 में पूरी होने का अनुमान है, जिसके बाद लोग अपने घरों में गैस आपूर्ति कर सकते हैं।
- कई गिरावट वाले उर्वरक औद्योगिक इकाइयों और बिजली और मोटर वाहन जैसे अन्य क्षेत्रों के नवीनीकरण में मदद के लिए बहुत से लाभ मिल सकते है।
प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना में न केवल घरों बल्कि लगभग आधे मिलियन वाहन CNG मोड में स्विच कर सकते हैं, ताकि देश में ईंधन की समस्या का समाधान हो सके। इस योजना को सफल और ज्यादा गतिमान बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 120 किमी लंबी वाराणसी-इलाहाबाद रेलवे लाइन के लिए आधारशिला भी रखी है, जिसका अनुमान खर्च 750.66 करोड़ रुपये होगा। इस लाइन से योजना के लिए सिलेंडर और कार्यकर्ता तेजी से पारगमन कर सकेंगे।
Other Central Govt Schemes 2023-24 In India
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 ऑनलाइन पंजीकरण
- राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना ऑनलाइन आवेदन
- एचआरडी मिनिस्ट्री ने NEAT AI लर्निंग स्कीम
- यूजीसी परामर्श/ दीक्षारंभ योजना 2023
- मोदी सरकार लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालय 2023
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