UP Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana 2023 Online Registration/ Application is now available on the official website. आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश सरकार की “निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना” के बारे में। जैसा की आप सभी जानते है कि सरकार अधिकतर योजनाएं प्रदेश के नागरिको के हित के लिए निकालती है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने निराश्रित मवेशियों के लिए योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के अंतर्गत योगी सरकार ने निराश्रित पशुओं की देखभाल करने के लिए एवं उनके पालन-पोषण के लिए 30 रुपये प्रतिदिन देने का वादा किया है। इसके अलावा प्रदेश की सरकार निराश्रित गोवंश के संरक्षण व भरण पोषण के लिए स्थायी-अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल, गो संरक्षण केंद्र, गोवंश वन्य विहार व पशु आश्रय गृह आदि संचालित कर रही है।
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UP Govansh Sahbhagita Yojana 2023 Registration
उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना २०२२ (Uttar Pradesh Awara Pashu Yojana) को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना का पालन करने वाले किसानों को 30 रुपये प्रतिदिन प्रति पशु के हिसाब से पैसे दिये जाएंगे। राज्य सरकार द्वारा 2012 में की गई पशुगणना के अनुसार यूपी में 205.66 लाख गोवंश हैं जिनमें से 12 लाख के लगभग गोवंश बेसहारा या निराश्रित हैं। उत्तर प्रदेश में जब योगी सरकार आई थी तो उन्होने बताया भी था की योगी सरकार की योजनाओं की सूची में गोवंश की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाएगी। अधिक जानकारी हेतु कृपया आगे पढ़ना जारी रखें।
मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना 2023
Mukhyamantri Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के माध्यम से राज्य के किसान भाई बेसहारा पशुओं का पालन करके अपनी आर्थिक तंगी को कम कर सकते हैं साथ ही रास्ते में घूमने वाले आवारा जानवरों को भी आवास मिल जाएगा। प्रति निराश्रित पशु पालने पर किसानों को 900 रुपये महीने मिल सकेंगे। यदि वह 10 पशु ले जाएंगे तो 9000 रुपये मिल सकेंगे।
योजना का नाम | निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना |
लागू की गयी | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ |
वित्तीय वर्ष | 2023-2024 |
लक्ष्य | आवारा मवेशियों की देख-रेख |
मुख्य लाभ | 900 रुपये प्रति माह |
टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर | अभी नहीं हैं |
आधिकारिक वेब पोर्टल | यहाँ क्लिक करें |
योगी निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना का उद्देश्य
Objective of Yogi Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana – गोवंश सहभागिता योजना के उदेश्य निम्नलिखित हैं।
- उत्तर प्रदेश निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के आवारा पशुओं को आवास प्रदान करना है।
- सरकार के इस कदम से रास्ते में घूमने वाले बेसहारा पशुओं को भी आवास मिल जाएगा।
- प्रधानमंत्री के “2023 तक किसानों की आय दोगुनी” करने के सपने को पूरा करने में मदद करना भी इसका उदेश्य है।
- योगी सरकार द्वारा पहले चरण में लगभग एक लाख पशुओं को हस्तांतरित किया जाएगा, जिसके लिए राज्य सरकर का करीब 109 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च होगा।
यूपी सीएम निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के लाभ
Benefits of UP CM Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana – गोवंश सहभागिता योजना के लाभ निम्नलिखित हैं।
- जिलें के डीएम आवारा पशु योजना (Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana) के तहत इच्छुक किसानों व पशुपालकों की लिस्ट तैयार करेंगे जिससे उनके खातों में डीबीटी के जरिए 30 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन के हिसाब से उनके बैंक खाते में जमा किए जाएंगे।
- पशुओं की ईयर टैगिंग भी की जाएगी जिससे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की संभावना कम हो जाएगी।
- पशुपालकों, किसानों द्वारा आवारा पशुओं को आसरा देने से रास्ते में निराश्रित पशुओं द्वारा होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
- डीएम दफ्तर में पूरा ब्योरा होने की वजह से किसान या पशुपालक जिसने भी निराश्रित पशु को योगी आवारा पशु योजना 2023 के अंदर हिस्सा लिया है वह गोवंश को बेच नहीं पाएगा। ऐसा करने वाले लोगों पर सरकार द्वारा कारवाई की जाएगी।
निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना हेतु जरूरी दस्तावेज
Documents Required for Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana – गोवंश सहभागिता योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित हैं।
डेयरी कार्ड | किसान कार्ड | बैंक के दस्तावेज |
आईडी प्रूफ | नवीनतम फोटो | आधार कार्ड |
उत्तर प्रदेश बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना पंजीयन प्रक्रिया
Uttar Pradesh Besahara Govansh Sahbhagita Yojana Registration Process – इस योजना के तहत आवेदन/ पंजीयन की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की गई है। उम्मीद हे इस योजना के पंजीयन के लिए जल्द ही ऑनलाइन पोर्टल लांच किया जायेगा। परंतु फिलहाल इसके आवेदन से संबंधित कोई भी जानकारी सरकार द्वारा नहीं दी गई है जैसे ही इस योजना के लिए पंजीयन की जानकारी मिलती है। हम अपने आर्टिकल में अपडेट कर देंगे।
दोस्तों, आपको हमारा आर्टिकल “यूपी निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना (UP Nirashrit Besahara Govansh Sahbhagita Yojana)” कैसा लगा? आशा करते है की आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी। यदि आपको इससे जुड़ी कोई अन्य जानकारी या कोई सवाल पूछना हो। तो आप हमे नीचे कमेंट करके पूछ सकतें हैं। हम जल्द ही आपको जवाब देंगे। अन्य सभी सरकारी योजनाओ की अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.readermaster.com से जुड़े रहें। धन्यवाद-
यह पोर्टल कब तक लागू होगा और यह गायों के लिए दी जाने वाली सहायता किस तरह प्राप्त होगी इसके लिए कहां आवेदन करना होगा और इसके लिए क्या किया कागजात की आवश्यकता पड़ेगी कृपा करके बताने का प्रयास करें
नमस्कार रघुनंदन शर्मा जी,
उत्तर प्रदेश निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना 2019 को मंजूरी मिल गयी है। इस योजना को जल्द ही पूरे राज्य में लागु किया जायेगा। योगी सरकार द्वारा शुरू की गई निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना का पालन करने वाले किसानों को 30 रुपये प्रतिदिन प्रति पशु के हिसाब से पैसे दिये जाएंगे।
इसके अलावा भी योगी सरकार ने गौ ग्राम योजना (आवारा गायों के लिए गौशाला सुविधा) भी शुरू की है। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
UP Gau Gram Yojana (Gaushala Scheme For Stray Cows)
धन्यवाद-
श्रीमान जी ! नंदी के लिए क्या योजना है । कृपया कोई योजना हो तो अवगत कराएं मेरा इंटरेस्ट नंदी पालन में है अगर नंदी पालन की कोई लाभकारी योजना हो तो सूचना दें।
श्रीमान जी ₹30 में बकरी की खुराक भी पूरी नहीं होती गाय की खुराक कैसे पूरी होगी स्लॉटर हाउस में काटकर मारी जाती थी गौशालाओं में भूख से मर जाती है।
जब से सरकारों ने गाय पालना शुरू किया तब से किसानों ने गाय पालना बंद कर दिया रोजाना तारों से कटके सैकड़ों गाया पाए जो रही हैं इस पर भी गौर फरमाएं मेरी आप लोगों से निवेदन है गायों की दयनीय दशा को देखते हुए उचित कदम उठाया जाए और सबसे पहले नंदी महाराज की व्यवस्था की जाए जिससे सड़कें खाली हो और बहनों को चलने की जगह मिले।
एक गौ सेवक
E sabhi udan pariyojanayein hai inka jameen per koi position nahi hai isake bare main koi aage aana nahi chahta kisi ko jankari tak prapt nahi ho rahi aur jise hai wo log gaon main jaker logon ko jagruk nahi ker rahe hai
Sab bekar hai
Gayon ki to kharabi hai
Ek taraf khahi,ek taraf kua hai
मैंने 1 साल पहले गौशाला से चार गाय ली है उनका पैसा मुझे नहीं मिला है मैं उन्हें कर्ज लेकर खिला रहा हूं
30 Rupye perday se gaay ka Sanrakshan hone se raha…Iske liye Hargaon me Govansh Sanrakshna k Liye Jameen , Charagaah Alot hona Chahiye, Jo Government ki regular Nigrani me ho…Anyatha Garib kisaan Raat me Govansh ko aawara Chhodane pe Majboor hai…aur Janwar bhi darbadar ki thokare kha Rahe hai….Abhi Tak k Sarankshan Kendra Govansh ko lene se hi Mana kar Rahe hain….Ye sarakar k liye ek Chunauti hai…tax me Education cess ki Tarah Gosarankshan Cess laga kar go sarankshan ko Permanent majboot Kiya ja Sakta hai…Gosanrakshan cess k liye koi bhi Bhartiya Virodh nahi karega….Jaroorat hai isko serious lene ki