Shaley Poshan Aahar Yojana In Hindi | शालेय पोषण आहार योजना प्रपत्र | School Nutrition Diet Scheme Form 2021 | शालेय पोषण आहार योजना महाराष्ट्र मेनू | Mid-Day-Meal Nutrition Diet Menu for School Students

Shaley Poshan Aahar Yojana Maharashtra 2020-21: नमस्कार मित्रों, जैसा की आप जानते ही हैं की कुपोषण देश की उन्नति में सबसे बड़ी बाधा है। यह देश के विकास में एक बड़े बाधक के रूप में कार्य करता है। अतः सरकार की यह कोशिश है कि इसे जड़ से खत्म कर दिया जाए। इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की ओर से पूरे देश में पोषण अभियान सितंबर 2018 को चालू किया गया। इस अभियान को विभिन्न माध्यमों से चलाया जा रहा है, तो आज हम ऐसी ही महाराष्ट्र की एक योजना “शालेय पोषण आहार परिपत्रक 2020 महाराष्ट्र” की जानकारी आपको देंगे।
कुपोषण से महाराष्ट्र राज्य भी अछूता नहीं है। विद्यार्थी देश का भविष्य है इस सोच के साथ महाराष्ट्र सरकार ने भी अपने राज्य के विद्यार्थियों के लिए Shaley Poshan Aahar Yojana को आरंभ किया है। इस मध्यान्ह भोजन योजना से छात्रों को ज्ञानात्मक, भावात्मक और सामाजिक विकास में मदद मिलेगी।बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने तथा पोषक तत्वों की आपूर्ति कर स्वास्थ्य में सुधार की दृष्टि से केंद्र सरकार की ओर से मध्याह्न भोजन योजना शुरू की गई। समय-समय पर इसमें सुधार किए गए। खिचड़ी, मोंठ, बटाना उसल से शुरू हुई इस योजना में पिछले शैक्षणिक सत्र से तुअर दाल को शामिल किया गया। सप्ताह में 3 दिन दाल-चावल देने के निर्देश दिए गए।
Contents
महाराष्ट्र शालेय पोषण आहार योजना का उद्देश्य
Objective of Maharashtra Shaley Poshan Aahar Yojana – पोषण आहार योजना के मुख्य उदेश्य निम्न प्रकार है।
- स्कूल में छात्रों की नामांकन संख्या को बढ़ाना।
- छात्रों की नियमित उपस्थिति को दर्ज कराना।
- रक्त हीनता, कुपोषण से बच्चों में कम वजन की समस्या को दूर करना।
- इस कार्यक्रम का मकसद सेवा सुनिश्चित करना और तकनीक व्यवहार संबंधी बदलाव के जरिए इस संबंध का लक्ष्य हासिल करना।
- बौद्धिक संभावनाओं की गुंजाइश बनाना जिससे काम संबंधित उत्पादकता में भी बढ़ोतरी हो सके।
- पोषण और स्वच्छता पर मार्ग प्रदर्शन करना।
- स्वच्छ पेयजल सुविधा प्रदान करना।
- व्यक्तिगत स्वच्छता का मार्गदर्शन करना।
- पहले से चल रही आंगनवाड़ी के क्रियाकलाप को उच्च स्तर का करना।
- उच्च स्तरीय नई आंगनवाडी को प्रकल्प करना इत्यादि।
शालेय पोषण आहार योजना महाराष्ट्र कार्य विधि-
Shaley Poshan Aahar Yojana Maharashtra Work Method – यह योजना महाराष्ट्र में कुपोषण को खत्म व पोषण आहार के लाभार्थियों की संख्या को प्राप्त करने का कार्य करती है। इसकी कार्य विधि निम्नलिखित है –
- विद्यालय में उपस्थित विद्यार्थी संख्या पोषण आहार के लाभार्थियों की संख्या को प्राप्त करना।
- प्रत्येक विद्यालय में पोषण आहार का मेनू प्राप्त करना।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से इस योजना की देखरेख की जाती है।
- Shaley Poshan Aahar Yojana/Abhiyan को सुचारू रूप से लागू करने के लिए राज्य द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार भी घोषित किए जाते हैं।
- इस अभियान को उच्च स्तर पर प्रेरित करने के लिए विभिन्न पुरस्कारों में कार्यकर्ता अवार्ड, व्यक्ति सर्वश्रेष्ठता, लीडरशिप अवार्ड, ग्रामीण स्तरीय एवं बेहतर सोशल मीडिया कैंपेन अवॉर्ड, राज्य स्तरीय अवॉर्ड सहित अन्य अवार्ड भी सम्मिलित है।
महाराष्ट्र शालेय पोषण आहार योजना से लाभ-
Benefits from Maharashtra Shaley Poshan Aahar Yojana – महाराष्ट्र पोषण आहार योजना के लाभ निम्न प्रकार से हैं।
- सरकारी स्थानीय निकाय और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार।
- ग्रीष्म-काल के दौरान अकाल पीड़ित क्षेत्रों में प्रारंभिक स्तर के बच्चों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान।
- लाभान्वित वर्गों के गरीब को नियमित रूप से स्कूल आने और कक्षा के कार्यकलापों पर ध्यान केंद्रित करने में सुविधा।
- शालेय पोषण आहार योजना महाराष्ट्र मेनू नीचे दिए गया है, इसमें मुख्य रूप से अंगणवाडी पोषण आहार/ आहार मानधन, शालेय पोषण आहार प्रमाण 2020-2021 (परिपत्रक) है।
Shaley Poshan Aahar Yojana का मेन्यू देखें-
शालेय पोषण आहार योजना का नया मेनू (Menu) तय किया गया है।
- इसमें मध्याह्न भोजन में स्टूडेंट्स को सप्ताह में 3 दिन दाल-चावल, 1 दिन मोंठ और 2 दिन बटाना उसल के साथ चावल देना अनिवार्य है। साथ ही पूरक आहार के रूप में बिस्कुट, केले, मूंगफली की चिक्की, मुरमुरा और राजगिरे के लड्डू देना अपेक्षित है।
- शालेय शिक्षा तथा क्रीड़ा विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।
- कक्षा पहलीं से 8वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन दिया जाता है।
- जिले में 2,822 स्कूलों में 3 लाख 40 हजार से अधिक विद्यार्थी मध्याह्न भोजन के लाभार्थी हैं।
- कक्षा पहली से पांचवीं के विद्यार्थियों को 450 उष्मांक और 12 ग्राम प्रोटीन।
- तथा कक्षा 6वीं से 8वीं के विद्यार्थियों को 700 उष्मांक और 20 ग्राम प्रोटीन आपूर्ति मध्याह्न भोजन से होनी अपेक्षित है।
Download: शालेय पोषण आहार योजना ऐप गाइडलाइन्स PDF
Read Also: Shaley Poshan Aahar Yojana Maharashtra Guidelines In Marathi
इसे भी पढ़ें: मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना 2020 महाराष्ट्र
Shaley Poshan Aahar Yojana bhut acchi scheme hai…great 🙂
महाराष्ट में शालेय पोषण आहार कब से शुरू की गई”?