Diwali Laxmi Puja Vidhi and Samagri List 2022 PDF download link is now available on this page. यहाँ हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि और सामग्री सूची २०२२ पीडीएफ लिंक प्रदान कर रहे हैं। जिसकी मदद से आप महालक्ष्मी पूजन विधि मूल संस्कृत पीडीएफ प्रारूप में आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे कि आपको विदित होगा कि दीपावली हिन्दुओं का सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस त्यौहार को हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी पूजन का बहुत महत्व होता है। अगर आप भी लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF Download करना चाहते हो तो इस लेख को आगे पढ़ना जारी रखे। ताकि आप भी माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करके धन-समृद्धि की प्राप्ति कर सके।
Contents
Diwali Laxmi Puja Vidhi & Samagri List PDF
आपको यह जानकर काफी हर्ष होगा कि इस बार दिवाली 24 अक्टूबर 2022 को पूरे भारतवर्ष में मनाई जाएगी। दीपावली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी और श्री गणेशजी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। दिवाली को प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इसलिए इस दिन महालक्ष्मी पूजन मंत्र पूरे विधि-विधान से करना चाहिए। ताकि मां लक्ष्मी और श्री गणेशजी की कृपा से आपके घर में शांति, तरक्की और समृद्धि का वरदान प्राप्त हो सके। दिवाली पर हर व्यक्ति भगवती लक्ष्मी और भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पूरे श्रद्धा-भक्ति से पूजा करते है।
दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि और सामग्री सूची 2022 PDF In Hindi
Name of PDF | लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित पीडीऍफ़ 2022 |
Language | Hindi/ Sanskrit |
Number of pages | 17 |
PDF Size | 2.60 MB |
Post-Category | General | PDF file |
Source Website | www.readermaster.com |
Download Links | Diwali Laxmi Puja Vidhi and Samagri List PDF |
Total downloads | 3948 |
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
आपको बता दें कि इस साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है। लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है। वहीं 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होगी। 24 अक्टूबर को निशित काल में भी अमावस्या तिथि होगी। इसलिए इस साल २४ अक्टूबर २०२२ को ही पूरे देश में दीवाली का पर्व मनाया जाएगा।
Diwali Laxmi Puja का शुभ मुहर्त सुबह 06 बजकर 30 मिनट से है और इसका समापन अगले दिन 25 अक्टूबर की सुबह 03 बजकर 40 मिनट पर होगा। यही कारण है कि 24 अक्टूबर को ही लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। शाम के 06 बजकर 39 मिनट से रात 08 बजकर 10 मिनट का मुहूर्त सबसे ऊत्तम माना गया है। इस शुभ मुहूर्त के समय लक्ष्मी और गणेश पूजा की जा सकती है। इस दिन भगवती लक्ष्मी और गणेश जी के साथ साथ बही बसनो का पूजन भी किया जाता है।
श्री महालक्ष्मी जी पूजन सामग्री व विधि २०२२
Deepawali Pujan Vidhi
- लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त सायं काल से प्रारंभ हो जाता है।
- लकड़ी की नई चौकी, सिंहासन पर लाल रंग का नया वस्त्र बिछाकर श्री लक्ष्मी श्री गणेश की मूर्ति रखनी चाहिए।
- इसके पश्चात श्री लक्ष्मी, श्री गणेश जी के दाहिनी ओर होनी चाहिए। श्री लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्तियों के सामने चावल के दानों के ऊपर कलश में जल भरकर अक्षत, दूर्वा, सुपारी, रत्न व चांदी का सिक्का रखना होगा।
- फिर कलश पर सिंदूर या रोली से स्वास्तिक बनाना चाहिए। कलश के ऊपर चावल से भरा हुआ पात्र रखकर उसके ऊपर नारियल को लाल वस्त्र शस्त्र से लपेटे हुए नारियल के ऊपर या 11 बार लपेट कर रखना चाहिए।
- इसके पश्चात चावल, धूप, पुष्प, अर्पित करने के पश्चात अखंड दीप प्रज्वलित करके पूजन करें।
- दीपावली पूजन की शुरुआत घर के प्रमुख को ही करनी चाहिए। परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर पूजा में भाग लेना चाहिए।
दिवाली पूजा सामग्री की सूची
मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा, रोली, कुमुकम, अक्षत (चावल), पान, सुपारी, नारियल, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, अगरबत्तियां, मिट्टी, दीपक, रूई, कलावा, शहद, दही, गंगाजल, गुड़, धनिया, फल, फूल, जौ, गेहूं, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, पंचामृत, दूध, मेवे, खील, बताशे, जनेऊ, श्वेस वस्त्र, इत्र, चौकी, कलश, कमल गट्टे की माला, शंख, आसन, थाली. चांदी का सिक्का, चंदन, बैठने के लिए आसन, हवन कुंड, हवन सामग्री, आम के पत्ते प्रसाद।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके पीडीएफ प्रारूप में लक्ष्मी पूजा विधि और समग्री सूची डाउनलोड करें। इसके साथ ही लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF भी डाउनलोड करें।
Download: Lakshmi Poojan Mantra PDF in Hindi
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लक्ष्मी माता की आरती – Maa Laxmi Aarti (Lyrics)
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
- तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता
- सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता
- जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता
- कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता
- सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
- खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता
- रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
- उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2
- ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
- तुमको निशदिन सेवत,
- मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता
- ॐ जय लक्ष्मी माता-2 ||